Shodashi for Dummies
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हरिप्रियानुजां वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥७॥
सर्वेषां ध्यानमात्रात्सवितुरुदरगा चोदयन्ती मनीषां
Although the specific intention or importance of this variation might change dependant on individual or cultural interpretations, it could possibly generally be recognized being an extended invocation in the combined Electricity of Lalita Tripurasundari.
यहां पढ़ें त्रिपुरसुन्दरी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र संस्कृत में – tripura sundari ashtottarshatnam
षोडशी महाविद्या : पढ़िये त्रिपुरसुंदरी स्तोत्र संस्कृत में – shodashi stotram
चतुराज्ञाकोशभूतां नौमि श्रीत्रिपुरामहम् ॥१२॥
काञ्चीपुरीश्वरीं वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥१०॥
षट्पुण्डरीकनिलयां षडाननसुतामिमाम् ।
ह्रीङ्काराम्भोधिलक्ष्मीं हिमगिरितनयामीश्वरीमीश्वराणां
श्रींमन्त्रार्थस्वरूपा श्रितजनदुरितध्वान्तहन्त्री शरण्या
प्रणमामि महादेवीं मातृकां परमेश्वरीम् ।
श्री-चक्रं शरणं Shodashi व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥११॥
॥ ॐ क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं श्रीं ॥
Reply ray February 26, 2021 Hello there sharma, is this doable to grasp wherever did you located that specific shodashi mantra, because it is totally distinctive from authentic which is for a longer period.